करनाल। प्रदेश सरकार ने राज्य पुरस्कार 2021 के लिए चयनित शिक्षकों की सूची तो जारी कर दी है, लेकिन 2020 के पुरस्कार के लिए जिन शिक्षकों का चयन हुआ था, उन्हें अभी तक पुरस्कार नहीं मिले हैं। प्रदेश सरकार ने शिक्षक दिवस से करीब एक सप्ताह पहले राज्य शिक्षक पुरस्कार-2021 के नामों की घोषणा की है।
दो साल से नहीं मिला 2020 के चयनित शिक्षकों को पुरस्कार
जिले में चार शिक्षकों का इस पुरस्कार के लिए चयन हुआ है। आवेदन के करीब एक साल बाद इन पुरस्कारों के लिए चयनित शिक्षकों के नामों की सूची जारी हुई है। जबकि इसी वर्ष यानी 2022 का पुरस्कार किसे मिलेगा, इसकी सूची का अभी और इंतजार करना पड़ेगा। उम्मीद है कि तीनों वर्षों के पुरस्कार एक साथ शिक्षकों को दिए जाएंगे।
बताया जा रहा है कि शिक्षक दिवस पर राजभवन में राज्यपाल सम्मानित करेंगे। 2020 में भी जिले के पांच शिक्षकों का पुरस्कार के लिए चयन हुआ था, लेकिन उन्हें पुरस्कार अभी तक नहीं मिला। कोरोना के कारण राजभवन में कार्यक्रम आयोजित नहीं हो सका। उम्मीद है कि इस बार दोनों वर्षों के शिक्षकों को पुरस्कार एक साथ मिलेगा। 2022 के पुरस्कारों के लिए भी 30 जुलाई तक ऑनलाइन प्रक्रिया चली थी।
2020 में इनका हुआ था पुरस्कार के लिए चयन
राजकीय माध्यमिक विद्यालय घीसरपुरी के टीजीटी संस्कृत सियाराम शास्त्री, राजकीय उच्च विद्यालय अर्बन इस्टेट सेक्टर-13 से जेबीटी अनिल कुमार, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल तरावड़ी से टीजीटी संस्कृत गायित्री देवी, राजकीय प्राथमिक स्कूल टपराना के जेबीटी नरेंद्र मान, राजकीय उच्च विद्यालय नगला मेघा के हिंदी टीचर डॉ. राधेश्याम का 2020 में पुरस्कार के लिए चयन हुआ था।
ये मिलेगा पुरस्कार
2021 के पुरस्कार के लिए जिन शिक्षकों का चयन हुआ है। उन्हें एक लाख रुपये नकद, एक सिल्वर मेडल, एक प्रशस्ति पत्र, एक शॉल, संपूर्ण भावी सेवा के लिए महंगाई भत्ते के साथ दो अग्रिम वेतन वृद्धियां भी मिलेंगी। जबकि इससे पहले 25 हजार रुपये के नकद पुरस्कार के साथ दो साल का सेवा विस्तार भी मिलता था।
2022 की सूची भी जल्द हो सकती है जारी
2022 के पुरस्कारों की सूची भी जल्द जारी हो सकती है। उम्मीद है सितंबर माह की शुरुआत में नामों की घोषणा हो जाएगी। इस बार होने वाले सम्मान समारोह में 2020, 2021 और 2022 के चयनित शिक्षकों को एक साथ सम्मानित किया जा सकता है। जिन शिक्षकों का पुरस्कार के लिए चयन हुआ है, उन्हें शिक्षा विभाग की तरफ से शुभकामनाएं देते हैं।
– रोहताश वर्मा, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी