एनडीसी के लिए हिसार में मिलेगी दलालों के चक्कर से मुक्ति, निगम कर्मचारी लगाएंगे आवेदन फाइल
हिसार वासियों के लिए राहत की खबर है। अब उन्हें सीएससी केंद्रों पर सरकार व प्रशासन द्वारा निर्धारित सेवा शुल्क से अधिक शुल्क नहीं देना होगा। उपसमिति (फाइल, संविदा एवं क्रय) उपसमिति की बैठक में महापौर गौतम सरदाना ने सोमवार से नगर निगम परिसर में जनता को एनडीसी आवेदन करने की सुविधा उपलब्ध कराने का आदेश दिया. ऐसे में आवेदन करने की सुविधा निगम में ही उपलब्ध होगी। इसके लिए निगम उचित स्टाफ की व्यवस्था करेगा जो अपने स्तर पर जनता का एनडीसी अपलोड करवाएगा। योजना सफल रही तो एनडीसी के लिए जनता को दलालों के जाल से कुछ राहत जरूर मिलेगी
निगम में फाइल पिक एंड चूज के खेल से महापौर ने पर्दा उठा दिया
शहर की सरकार हर बैठक में अंदरुनी खातों से लेकर भ्रष्टाचार तक के खेल का पर्दाफाश करती रही है। लेकिन आज तक ठोस कार्रवाई नहीं हुई। आलम यह है कि शुक्रवार को निगम सभागार में हुई उपसमिति (फाइल, ठेका व क्रय उपसमिति) की बैठक में महापौर गौतम सरदाना ने निगम के अधिकारियों के एक और नए खेल का पर्दाफाश कर दिया. जिसमें उन्होंने बताया कि कैसे निगम के इंजीनियर पीक एंड चूज के तहत अपनों या अन्य लोगों की डेवलपमेंट फीस माफ कर रहे हैं। बैठक में जब मेयर ने एमई से पूछा कि सबूत दिखाना है या नहीं। एमई ने कहा कि ऐसा नहीं है। मेयर ने फिर कहा, क्या एक नहीं कई सबूत दूं। मेयर के तीखे तेवर देख आयुक्त ने गंभीरता को भांपते हुए एमई को अनुशासन का पाठ पढ़ाते हुए बैठक में शालीनता से बोलते हुए चुप करा दिया। ऐसे में एक बात सामने आई है कि चहेतों के विकास शुल्क बड़े पैमाने पर माफ या कम किए गए हैं। ऐसे में अगर रिकॉर्ड की गहनता से जांच की जाए तो बड़ा खुलासा हो सकता है
ये मामला है
मेयर ने कहा कि 1975 से पहले विकसित पुराने शहर से विकास शुल्क में छूट है। एमई ने मना कर दिया। बैठक में मेयर ने कमिश्नर व एमई को शासनादेश की कॉपी दी. उन्होंने मेयर पिक एंड चूज के सबूत दिखाने की बात करते हुए कहा कि बाहर के केंद्रों में एनडीसी के नाम पर जनता से 2 हजार रुपए तक वसूले जा रहे हैं. लगता है लिपिक का भी हिस्सा तय है। जनता की समस्याओं के समाधान के लिए अब निगम में ही एनडीसी का आवेदन कराएं। साथी विकास शुल्क माफी के संबंध में संबंधित अधिकारी या यूएलबी से संपर्क कर स्थिति स्पष्ट करें और जनता को छूट का लाभ प्रदान करें
मेयर और कमिश्नर एक दिन रिसेप्शन पर बैठेंगे
बैठक में निर्णय लिया गया कि एक दिन मेयर और कमिश्नर रिसेप्शन के पास बैठकर देखेंगे कि किन निगमों में जनता को परेशानी हो रही है. ताकि उनके समाधान की बेहतर प्लानिंग हो सके। ऐसे में सोमवार को मेयर व कमिश्नर स्वागत कक्ष में बैठेंगे तो लोगों की समस्याओं को देखेंगे व सुनेंगे.
सड़क बनाना आसान है, हाउस टैक्स का काम मुश्किल
पार्षद संघ के प्रधान अनिल जैन ने कहा कि निगम से सड़क बनवाना आसान है लेकिन हाउस टैक्स का काम करवाना आसान नहीं है.
बैठक में लिए गए अहम फैसले
ऑटो मार्केट की सभी दुकानों की ई-नीलामी होगी, जिसमें कोई भी हिस्सा ले सकता है।
कसाईखाना शुरू किया जाएगा।
अधिकारी के अनुसार
एनडीसी फाइलें निगम में ही लगाई जाएंगी। इसके लिए सोमवार से व्यवस्था की जाएगी।
गौतम सरदाना, मेयर, हिसार।