haryana karnal कौन हैं चारों में खालिस्तानी आतंकी
हरियाणा के करनाल जिले में पकड़े गए 4 खालिस्तानी आतंकी से पूछताछ करने में हरियाणा, पंजाब, तेलंगाना, महाराष्ट्र की एजेंसियां जुटी हैं। इनको गुरप्रीत सिंह ने जोड़ा है, जिस पर 6 केस दर्ज हैं और परिवार ने 10 साल से उसे बेदखल किया हुआ है। गुरप्रीत को छोटा भाई अमनदीप टैक्सी ड्राइवर है, जिसे परिवार से छिपकर अपने साथ जोड़ लिया।
करनाल में खराद का करने वाले परमिंदर को गुरप्रीत ने साथ लिया। 12वीं पास करने बाद फैक्टरी में नौकरी कर रहे भूपेंदर को भी जोड़ा। यह चारों मिलकर 3 बार असलहा सप्लाई का चक्कर लगा चुके हैं। एक चक्कर में 5 से 7 लाख रुपए मिलते हैं। जिस इनोवा गाड़ी में करनाल पकड़े गए उसे गुरप्रीत का भाई टैक्सी ड्राइवर अमनदीप ही लेकर आया है।
बेदखल किया तो लुधियाना में रहने लगा.
गुरप्रीत सिंह गांव विंजो जिला फिरोजपुर पंजाब का रहने वाला है। गुरप्रीत सिंह के आपराधिक वारदातों में संलिप्त होने के कारण परिजनों ने उसे बेदखल कर दिया था। इसके बाद करीब 10 साल पहले गांव छोड़ कर लुधियाना में रहने लगा। गुरप्रीत पर चोरी, लूट आदि के 6 मामले दर्ज हैं और वह पुलिस का भगोड़ा अपराधी है। गुरप्रीत की छवि के कारण लोग उसे बदमाश के रूप में पहचान जानते हैं। गुरप्रीत सिंह के खालिस्तानी विचारधारा के लोगों से भी संपर्क रहे हैं।
चारों इस समय पुलिस रिमांड में हैं
बता दें कि इस समय उपरोक्त चारों आतंकी पुलिस रिमांड में हैं। चारों को गुरुवार सुबह करनाल पुलिस ने बसताड़ा टोल के पास नैशनल हाईवे से गिरफ्तार किया। चारों खालिस्तानी आतंकी हैं और इनोवा गाड़ी में हाईवे से गुजर रहे थे। इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) ने इस बारे में सूचना दी थी।
चारों आतंकी संगठन बब्बर खालसा से जुड़े हैं। सीआईए-1 पुलिस ने चारों आतंकियों को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने पुलिस की मांग पर आतंकियों को 10 दिन के रिमांड भेज दिया है। पंजाब पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां भी आतंकियों से पूछताछ कर रही हैं।
चारों आतंकियों से एक देसी पिस्तौल, 31 कारतूस, 1.30 लाख रुपए के करीब कैश, 3 लोहे के कंटेनर बरामद हुए हैं। टीम ने इनका एक्सरे करवाया है, इसमें एक्सप्लोसिव की पुष्टि हुई है। चारों का पाकिस्तान से कनेक्शन भी निकला है।