करनाल : गेहूं, सरसों जैसी फसलों को फायदा, सब्जियों को नुकसान संभव
करनाल। कोहरा भले ही यातायात के लिए समस्या बन सकता है, लेकिन फसलों के लिए यह मौसम काफी अनुकूल साबित होगा। इससे गेहूं, सरसों व गन्ना आदि फसलों को लाभ होगा। हालांकि इन दिनों खेतों में मौजूद तोरी, घिया, फूलगोभी, गोभी, मूली, गाजर, शलजम, करेला आदि कई सब्जियों को भारी नुकसान हो सकता है, इनके उत्पादन में उनमें पुष्पन की कमी के कारण प्रभावित हो सकते हैं।
पहाड़ी इलाकों में पश्चिमी विक्षोभ के आने से हवा में नमी के कारण रविवार से सर्दी के मौसम का पहला घना कोहरा शुरू हो गया है। यह स्थिति अगले चार-पांच दिनों तक बनी रह सकती है। रात के समय कोहरा और भी घना हो सकता है, जिससे दृश्यता कम होने से वाहन चालकों की परेशानी बढ़ सकती है।
– डॉ. योगेश कुमार, वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केंद्र, जिला कृषि मौसम विज्ञान सेवा, एनडीआरआई, करनाल
– कोहरे और धुंध के कारण सब्जियों को पर्याप्त धूप नहीं मिल पाती है, उन्हें पूरा खाना नहीं मिल पाएगा, जिससे कई सब्जियां जैसे मूली, गाजर, शलजम, तोरी, करेला, पत्तागोभी, फूलगोभी आदि खाने में खेत इन दिनों प्रभावित हैं। उनके फूल मर सकते हैं, जिससे उनका उत्पादन प्रभावित हो सकता है। किसानों को इनके बचाव की व्यवस्था करनी चाहिए।
– डॉ. एसके अरोड़ा, सलाहकार प्रोफेसर (वनस्पति विज्ञान), महाराणा प्रताप उद्यानिकी विश्वविद्यालय करनाल
गेहूं, सरसों और गन्ना जैसी फसलों पर कोहरे या धुंध का कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा, बल्कि फसलों को फायदा होगा, क्योंकि यह मौसम इन फसलों के लिए अनुकूल है, लेकिन अगर तापमान तीन डिग्री सेल्सियस या उससे कम हो जाता है, तो इन फसलों को निश्चित रूप से क्षतिग्रस्त हो जाएगा। अभी न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस से ऊपर है, इसलिए नुकसान की कोई संभावना नहीं है।
डॉ. एमएल खिचड़, मौसम विज्ञानी, क्षेत्रीय शोध केंद्र, चौ. चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय करनाल