Karnal News : मामलों का जल्द होगा निपटारा, सतर्कता समितियों को मिला ‘शक्ति’
करनाल। भ्रष्टाचार से जुड़े सभी मामलों की जांच चंडीगढ़ मुख्यालय भेजने की जरूरत नहीं होगी. स्थानीय स्तर पर गठित विजिलेंस कमेटी यानी जिला व अनुमंडल स्तर की कमेटी भी मामले की जांच कर सकेगी। इस संबंध में पंकज, विशेष सचिव, सतर्कता विभाग, हरियाणा द्वारा निर्देश जारी किए गए हैं। जिले में अब तक भ्रष्टाचार के 45 मामले सामने आ चुके हैं। जिसकी जांच चल रही है। वहीं, कुछ मामलों में जांच भी पूरी हो चुकी है।
जिला और अनुमंडल स्तर की समितियों को जांच का अधिकार देने के पीछे सरकार की एक मंशा भ्रष्टाचार के मामलों की जांच में तेजी लाना भी है।क्योंकि मुख्यालय स्तर पर जाने के कारण कई बार मामले अधिक होने से जांच धीमी पड़ जाती है। ऐसे में धीमी जांच के चलते कार्रवाई में भी देरी हो रही है। सरकार ने भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कड़ी और त्वरित कार्रवाई करने के लिए कुछ महीने पहले इन स्थानीय समितियों का गठन किया था। अब उन्हें जांच के अधिकार भी दे दिए गए हैं। इसका फायदा यह भी होगा कि अगर कोई किसी अधिकारी या कर्मचारी के खिलाफ शिकायत करता है तो उसकी भी तुरंत जांच की जाएगी।
पंकज, विशेष सचिव, सतर्कता विभाग, हरियाणा ने सोमवार शाम को उपायुक्त अनीश यादव के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग से समितियों के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जिले की सतर्कता समितियों को सक्रिय रखा जाए। माह में कम से कम एक बार जिला स्तरीय समिति एवं अनुमंडल स्तर पर गठित उपखण्ड स्तरीय सतर्कता समिति में भ्रष्टाचार से संबंधित प्रकरणों की समीक्षा सुनिश्चित करें।
भ्रष्टाचार के मामले भी निगरानी पोर्टल पर अपडेट किए जाएंगे
माह के दौरान जिला एवं अनुमंडल स्तर पर गठित समिति द्वारा प्राप्त भ्रष्टाचार के प्रकरणों की जांच के समस्त प्रकरणों को सतर्कता विभाग के मॉनिटरिंग पोर्टल पर अपलोड करायें।इसके लिए उपायुक्त को लॉगइन व पासवर्ड उपलब्ध करा दिया गया है। कोई भी व्यक्ति जिला या अनुमंडल स्तर पर गठित समिति को भ्रष्टाचार से संबंधित मामले या भ्रष्टाचार में संलिप्त किसी विभाग के कर्मचारी-अधिकारी के खिलाफ शिकायत दे सकता है।किसी शिकायत की जांच किसी व्यक्ति विशेष द्वारा की गई शिकायत के साथ-साथ स्वप्रेरणा के आधार पर भी की जा सकती है।
जिले में पांच सतर्कता समितियां सक्रिय हैं
जिले में जिला व अनुमंडल स्तर सहित कुल पांच सतर्कता समितियां सक्रिय हैं. उपायुक्त अनीश यादव ने बताया कि जिला स्तरीय कमेटी के अध्यक्ष एडीसी हैं और विभिन्न विभागों के 4 अधिकारी इसके सदस्य हैं. इसी तरह उपमंडल करनाल, इन्द्री, असंध व घरौंदा में भी अनुमंडल स्तरीय सतर्कता समितियां गठित की गई हैं, जिसमें संबंधित एसडीएम को अध्यक्ष व उपमंडल से विभिन्न विभागों के तीन अधिकारियों को सदस्य बनाया गया है।