Panipat: पिता से मिल कर घर लौट रहे थे दो मासूम, करंट लगने से मौत

मूलरूप से बिहार के जिला बेगूसराय के गांव मधुरापुर निवासी रोहित पानीपत में चौटाला रोड स्थित कर्ण देव हैचरी में लेबर क्वार्टर में रहता है। रविवार को उसका मंझला बेटा दो वर्षीय सनोज और एक वर्षीय अमर उससे मिलकर घर जा रहे थे। तभी हादसा हो गया।

Panipat: पिता से मिल कर घर लौट रहे थे दो मासूम, करंट लगने से मौत, सदमे से बेहोश हुई मां

पानीपत के चौटाला रोड पर फैक्टरी में पिता से मिलकर घर जा रहे एक और दो साल के सगे भाइयों की करंट लगने से मौत हो गई। हल्की बरसात आने पर पिता ने दोनों बच्चों को घर भेज दिया था, रास्ते में उन्होंने एक दीवार को छू लिया, जिसमें करंट था। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। बच्चों के चिल्लाने का शोर सुनकर आस पास के लोग इकट्ठे हो गए। पहचान के बाद लोगों ने मां को हादसे के बारे में बताया तो वह बेहोश हो गई। सेक्टर 29 थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को पोस्टमार्टम के लिए सामान्य अस्पताल के शवगृह में रखवाया।

मूलरूप से बिहार के जिला बेगूसराय के गांव मधुरापुर निवासी रोहित ने बताया कि वह पानीपत में चौटाला रोड स्थित कर्ण देव हैचरी में लेबर क्वार्टर में रहता है। रविवार को वह फीड मिल में काम कर रहा था। देर शाम उसका मंझला बेटा दो वर्षीय सनोज और एक वर्षीय अमर उसके पास आए। इसी बीच हल्की बरसात शुरू हो गई। उसने मौसम खराब होते देख दोनों बच्चों को मां शांति के पास जाने को कहा। वह दोनों मिल से निकलकर घर की तरफ जा रहे थे। रास्ते में उन्होंने एक दीवार को छू लिया, जिस वजह करंट लगने से उनकी मौके पर ही मौत हो गई। रोहित ने बताया कि दीवार के ऊपर से HT लाइन गुजर रही है, बरसात में दीवार गीली होने की वजह उसमें अर्थ बना हुआ था, जिस वजह यह हादसा हुआ।

मां का रो-रोकर बुरा हाल, पिता खुद को दे रहा दोष

रोहित ने बताया कि उनके तीन बच्चे हैं, बड़ी बेटी नंदिनी पांच साल की है। फिर सनोज और अमर थे। बच्चों की मौत की खबर सुनने के बाद मां शांति का रो-रोकर बुरा हाल है। वह बार-बार अपने दोनों बच्चों को पुकार रही है। वहीं रोहित खुद को दोष दे रहा है कि अगर वह बच्चों को जाने के लिए नहीं कहता तो शायद यह हादसा न होता।

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