PM Modi आज 75 हजार नौकरियों का करेंगे ऐलान, युवाओं के लिए खुशखबरी
मध्यप्रदेश में अब तक प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत करीब 38 लाख मकान स्वीकृत किए जा चुके हैं और 35 हजार करोड़ रुपये से अधिक की लागत से करीब 29 लाख मकानों का निर्माण कार्य पूरा किया जा चुका है
मध्य प्रदेश में नौकरी की तलाश कर रहे युवाओं और घर का सपना देख रहे लोगों के लिए धनतेरस खास साबित होने वाला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को ‘रोजगार मेला’ का शुभारंभ करेंगे। इसके तहत 10 लाख लोगों को रोजगार दिया जाना है। वहीं, भारतीय जनता पार्टी शासित एमपी में पीएम आवास योजना के लाभार्थियों को ‘गृह प्रवेश’ में शामिल किया जाएगा।
75 हजार युवाओं को रोजगार
खबर है कि पीएम मोदी सुबह 11 बजे वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए 10 लाख कर्मियों के लिए भर्ती अभियान (रोजगार मेला) शुरू करने जा रहे हैं. पीएमओ की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक, ‘समारोह के दौरान 75,000 नए भर्ती हुए कर्मियों को नियुक्ति पत्र सौंपे जाएंगे. इस मौके पर प्रधानमंत्री इन नवनियुक्त कर्मियों को भी संबोधित करेंगे
युवाओं को यहां मिलेगी नौकरी
बयान के मुताबिक, देश भर से चुने गए नए कर्मियों को भारत सरकार के 38 मंत्रालयों/विभागों में तैनात किया जाएगा. नए भर्ती किए गए कर्मचारी समूह-ए, समूह-बी (राजपत्रित), समूह-बी (अराजपत्रित) और समूह-सी जैसे विभिन्न स्तरों पर सरकार में शामिल होंगे। जिन पदों पर भर्ती की जा रही है उनमें केंद्रीय सशस्त्र बल कार्मिक, सब इंस्पेक्टर, कांस्टेबल, एलडीसी, स्टेनो, पीए, आयकर निरीक्षक, एमटीएस और अन्य शामिल हैं
ये भर्तियां मंत्रालयों और विभागों द्वारा मिशन मोड में या तो खुद या यूपीएससी, एसएससी, रेलवे भर्ती बोर्ड जैसी भर्ती एजेंसियों के माध्यम से की जा रही हैं। शीघ्र भर्ती के लिए चयन प्रक्रिया को सरल और तकनीकी रूप से कुशल बनाया गया है।
होम एंट्री में शामिल होंगे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण (पीएमएवाई-जी) के तहत बने घरों में गृह प्रवेश के लिए तैयार लाभार्थियों के लिए भी पीएम धनतेरस पर उपहार लाए हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय ने बुधवार को जानकारी दी थी कि प्रधानमंत्री करीब 4.51 लाख लाभार्थियों के ‘गृह प्रवेश’ में हिस्सा लेंगे. प्रधानमंत्री इस मौके पर मौजूद जनसभा को भी संबोधित करेंगे।
मध्यप्रदेश में अब तक प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत करीब 38 लाख मकान स्वीकृत किए जा चुके हैं और 35 हजार करोड़ रुपये से अधिक की लागत से करीब 29 लाख मकानों का निर्माण कार्य पूरा किया जा चुका है.